
भारत की सैन्य कार्रवाई ने पाकिस्तान के परमाणु घमंड को चूर-चूर कर दिया है। रक्षा सूत्रों के हवाले से आ रही जानकारी के मुताबिक़, भारत के सर्जिकल और हवाई हमलों में पाकिस्तान के कई परमाणु हथियार भंडार नष्ट हो चुके हैं।
कैसे खत्म हुआ ‘परमाणु बटन’ का डर?
पिछले कई दशकों से पाकिस्तान ‘परमाणु हथियार’ का डर दिखाकर दुनिया को गुमराह करता रहा है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई भारत की गुप्त कार्रवाई ने उसके इस ब्लैकमेलिंग टूल को निष्क्रिय कर दिया है।
विश्वसनीय रक्षा सूत्रों के अनुसार, ये हमले बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के उन अड्डों पर किए गए जहां परमाणु मिसाइल और वॉरहेड स्टोर किए गए थे।
क्या कहता है अंतरराष्ट्रीय समुदाय?
भारत की इस कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हलचल मच गई है। जहां एक ओर कई देश भारत की आत्मरक्षा में उठाए कदम को जायज़ बता रहे हैं, वहीं पाकिस्तान अब खुद को एक असहाय देश की तरह पेश कर रहा है।

पाकिस्तान की हेकड़ी निकली
पाकिस्तान ने वर्षों तक परमाणु बम को डिप्लोमैटिक ढाल की तरह इस्तेमाल किया। लेकिन अब जब यह ढाल भी ध्वस्त हो गई, तो उसकी रणनीति भी पूरी तरह असफल साबित हुई है।
यह हमला सिर्फ पाकिस्तान के हथियारों पर नहीं, बल्कि उसकी मानसिकता पर भी एक करारा प्रहार है। भारत ने दिखा दिया कि वह अब सिर्फ सहने वाला नहीं, बल्कि जवाब देने वाला राष्ट्र है – और वह भी ऐसा जवाब, जिससे पूरी दुनिया चौंक जाए।

 
			 
                             
                            